
अलीगढ़ में अधिकारियों के सामने किसान ने की आत्मदाह की कोशिश, सुरक्षाकर्मियों ने ऐसे बचाई जान
Aligarh News: अलीगढ़ जिले की तहसील इगलास में शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक किसान ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की. प्रशासनिक अमले के सामने आत्मदाह का प्रयास कर रहे किसान को मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए बचा लिया और किसी अप्रिय घटना को होने से रोक दिया. इस दौरान जिलाधिकारी (डीएम), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), स्थानीय विधायक, सांसद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ), और उपजिलाधिकारी (एसडीएम) शाश्वत त्रिपुरारी समेत तमाम अधिकारी मौजूद थे.
आत्मदाह का प्रयास करने वाला किसान भगवान सिंह बताया जा रहा है, जो कि इगलास थाना क्षेत्र के नगला जुझार गाँव का निवासी है. भगवान सिंह एक वरिष्ठ किसान होने के साथ-साथ भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) से भी जुड़े हुए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार, भगवान सिंह का अपने गांव में स्थित एक खेत को लेकर लंबे समय से भूमि विवाद चल रहा है. उनका आरोप है कि गांव के ही कुछ दबंगों ने उनकी खेती की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है. प्रशासनिक स्तर पर बार-बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई.
सुनवाई नहीं होने से किसान ने की आत्मदाह की कोशिश
किसान का कहना है कि उसने कई बार थाना, तहसील, लेखपाल और एसडीएम कार्यालय से लेकर डीएम तक गुहार लगाई, लेकिन उसे अब तक न्याय नहीं मिला. इसी पीड़ा और हताशा में आकर उसने समाधान दिवस के दौरान आत्मदाह जैसा खौफनाक कदम उठाने की ठानी, ताकि उसकी आवाज सुनी जा सके. किसान भगवान सिंह ने जैसे ही अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने का प्रयास किया, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने किसान को पकड़कर उससे पेट्रोल की बोतल छीनी और उसकी जान बचाई.
SDM बोले- कोर्ट में विचाराधीन है मामला
एसडीएम इगलास शाश्वत त्रिपुरारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “किसान द्वारा उठाया गया यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले की जांच की गई है और पाया गया है कि यह भूमि विवाद न्यायालय में विचाराधीन है. ऐसे मामलों में प्रशासनिक स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती जब तक कोर्ट से कोई आदेश न हो. हमने इस संबंध में लेखपाल और राजस्व निरीक्षक (आरआई) से रिपोर्ट मांगी थी, जिसमें स्पष्ट हुआ है कि मामला कोर्ट में है. किसान को यह बात पहले ही स्पष्ट कर दी गई थी.”
एसडीएम ने आगे कहा कि प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ किसानों की समस्याओं का समाधान करता है, लेकिन यदि कोई मामला न्यायालय में चल रहा हो तो उसमें प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती. “हमने भगवान सिंह को आश्वासन दिया है कि जैसे ही कोर्ट का निर्णय आता है, प्रशासन उसे लागू कराने में पूरा सहयोग करेगा.”
किसान नेताओं ने दी आंदोलन की चेतावनी
इधर, भाकियू के स्थानीय प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि यदि भगवान सिंह को न्याय नहीं मिला और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन बड़े स्तर पर आंदोलन करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि यदि समय रहते किसान की समस्या का समाधान कर दिया जाता, तो आज आत्मदाह जैसा कदम उठाने की नौबत न आती.
ये भी पढ़ें : हरदोई: आइब्रो सेट कराने ब्यूटी पार्लर गयी महिला, नाराज पति ने काट डाली पत्नी की चोटी