
अजमेर दरगाह के गद्दीनशीन सलमान चिश्ती ने की यूपी के CM योगी आदित्यनाथ से ये मांग, ‘हम अपील करते हैं क
Salman Chishty Ajmer: अजमेर शरीफ दरगाह के गद्दीनशीन और चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. सलमान चिश्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर यूपी सरकार, मुख्यमंत्री ऑफिस और यूपी राजभवन को टैग करते हुए लिखा कि ‘हम अपील करते हैं कि वे भारत के संविधान के अनुसार कार्रवाई करें.’
साथ ही उन्होंने पोस्ट में लिखा, “यूपी पुलिस और प्रयागराज सिटी डीसीपी से भारतीय न्याय संहिता के अनुसार उन नफरत फैलाने वालों और उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील करते हैं, जिन्होंने पवित्र कलमा का अपमान करके और सऊदी अरब के झंडे का अपमान करके हमारे भारत की गौरवशाली परंपराओं ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ अर्थात ‘पूरा विश्व एक परिवार है’ को बदनाम किया है.”
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद यूपी के प्रयागराज में प्रदर्शन किया गया था. आरोप है कि इस दौरान कलमा और सऊदी अरब के झंडे का अपमान किया गया. इसे लेकर सऊदी अरब के एक पत्रकार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में यूपी पुलिस, प्रयागराज और सिटी डीसीपी के टैग करते हुए कार्रवाई की मांग की थी.
उनके इस पोस्ट पर प्रयागराज सिटी डीसीपी की ओर जवाब भी दिया गया था, जिसमें लिखा था, “उक्त प्रकरण के संबंध में थाना धूमनगंज में अभियोग पंजीकृत किया गया है. अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है.” इसी मामले को लेकर हाजी सैयद सलमान चिश्ती की ओर से यूपी सरकार के कार्रवाई की मांग की गई है.
विक्रम मिस्री की ट्रोलिंग की सलमान चिश्ती ने की निंदा
वहीं भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने के बाद सोशल मीडिया पर निशाना बनाए जाने पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री की ओर से अपना X अकाउंट लॉक कर दिया गया. इस पर भी सलमान चिश्ती ने प्रतिक्रिया दी और लिखा, “हम भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी पर दुर्भावनापूर्ण ट्रोलिंग और अनुचित व्यक्तिगत हमलों की कड़ी निंदा करते हैं. एक प्रतिष्ठित सिविल सेवक के खिलाफ ऐसा अपमानजनक आचरण अस्वीकार्य है. हम उनके और उनके परिवार के साथ एकजुटता से खड़े हैं.”