पुलवामा के PDP विधायक वाहिद पारा ने शेयर की रिलीफ कैंप की तस्वीर, लिखी भावुक करने वाली बात

India Pakistan Conflict: भारत और पाकिस्तान में तनाव के बीच पड़ोसी मुल्क ने सरहद पार से गोलियां चलाकर हमारे कई निर्दोष नागरिकों को टारगेट किया. जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के बॉर्डर जिलों में पाकिस्तान ने ना-पाक हरकत करते हुए गोलियां चलाईं और ड्रोन भी लॉन्च किए. उरी में इसका असर भी देखने को मिला.

महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP से पुलवामा विधायक वाहिद पारा ने सोशल मीडिया पर मासूम बच्चों की तस्वीर पोस्ट कर लिखा, “उरी में नियंत्रण रेखा (LoC) पर हमले ने बच्चों को शरणार्थी (Refugee) बना दिया है. उनके मौन में, उनकी चुप्पी में आघात और डर भरा हुआ है. वे अपने घरों से दूर हैं, उन खेतों से भी दूर हैं जहां वे कभी खेला करते थे.”

महबूबा मुफ्ती भी पहुंचीं थी उरी
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार (11 मई) को उरी का दौरा किया और घायलों का हाल जाना. उन्होंने एक्स पर लिखा था, “उरी कभी एक जीवंत शहर था, अब एक भूतहा शहर की तरह भयावह रूप से शांत है. इसकी सड़कें खाली हैं, इसके लोग विस्थापित हैं, कई घायल हैं और अस्पतालों में हैं. परिवार आश्रयों में ठसाठस भरे हुए हैं. उनके पास घर कहने के लिए कोई जगह नहीं बची है.”

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान ने लगातार की फायरिंग
7 मई को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ में सफलता पाई और पाकिस्तान-पीओके के कई आतंकी कैंप को ध्वस्त कर दिया. इसके बाद से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत की सेना और नागरिकों पर हमला शुरू कर दिया. LoC से फायरिंग करते हुए पाकिस्तान ने भारत के आम नागरिकों को निशाना बनाया. 9 मई को उरी सेक्टर में सीमा पार से हो रही गोलीबारी में एक महिला की मौत हो गई थी. इन चार दिनों में कई लोगों के घायल होने की खबर थी.

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के 6 सेक्टर उरी, तंगधार, केरन, मेंढर, नौगाम, आरएसपुरा, अरनिया और पुंछ में फायरिंग की थी. 11 मई (रविवार) की रात ऐसी पहली रात थी, जो शांति से गुजरी और पाकिस्तान की तरफ से कोई हमला नहीं किया गया. 

[wonderplugin_carousel id="2"]

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles