
UP Politics: अखिलेश यादव ने सेट कर दिया यूपी चुनाव 2027 का एजेंडा! बढ़ेंगी बीजेपी की मुश्किलें?
UP Politics: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में 2027 का विधानसभा चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं बल्कि लोकतंत्र को बचाने की एक अहम लड़ाई होगी. उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता के नशे में चूर है और उसका असली एजेंडा समाज में नफरत फैलाकर चुनाव जीतना है.
अखिलेश यादव सोमवार को लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी मुख्यालय के डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में समाजवादी युवजन सभा की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं और नेताओं से आह्वान किया कि वे बूथ स्तर तक मेहनत करें और लोगों को जोड़ें ताकि भाजपा को सत्ता से बाहर किया जा सके.
युवाओं को गुमराह कर रही सरकार : अखिलेश
बैठक में सपा के वरिष्ठ नेता किरनमय नंदा, राजेन्द्र चौधरी, संजय लाठर, युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद फहद और प्रदेश अध्यक्ष अरविंद गिरी भी मौजूद रहे.
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में शिक्षा का निजीकरण हो रहा है जिससे गरीब छात्रों के लिए पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है. फीसें बढ़ गई हैं और योग्य युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही. उन्होंने कहा कि भाजपा ने नौजवानों को ‘डिलीवरी बॉय’ बना दिया है.
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उन्होंने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण नहीं दिया गया, शिक्षामित्र आत्महत्या कर रहे हैं और बेरोजगारी अपने चरम पर है. भाजपा-आरएसएस की साजिशों से युवाओं का भविष्य अंधकार में जा रहा है.
सपा प्रमुख ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को भी बेहद खराब बताया. उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अपराध बढ़ रहे हैं, भ्रष्टाचार चरम पर है और कोई सुरक्षित नहीं है. उन्होंने आगरा की घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि वहां खुलेआम तलवारें लहराई गईं और सरकार मूकदर्शक बनी रही.
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सोशल मीडिया का इस्तेमाल समाजवादियों को बदनाम करने के लिए कर रही है और निर्दोष कार्यकर्ताओं पर झूठे केस लगाए जा रहे हैं.
अखिलेश यादव ने युवाओं से अपील की कि वे संयमित भाषा और व्यवहार के साथ भाजपा की साजिशों को उजागर करें. उन्होंने कहा कि पीडीए (पीड़ित, शोषित, वंचित और अपमानित) का मुकाबला एनडीए से है. पीडीए की सरकार में सबको सम्मान और बराबरी का हक मिलेगा.
गौरतलब है कि अखिलेश यादव इन दिनों लगातार भाजपा सरकार की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. आगामी लोकसभा चुनाव और फिर 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर सपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं और युवा कार्यकर्ताओं को खास जिम्मेदारी दी गई है.