
‘5वीं-छठी मंजिल बनाने का धंधा चला रही थी AAP’, मुस्तफाबाद में बिल्डिंग हादसे पर BJP का हमला
Dayalpur Building Collapse News: दिल्ली के मुस्तफाबाद में दयालपुर इलाके में बीती रात एक पांच मंजिला इमारत के ढहने से हुए हादसे ने सबको हिलाकर रख दिया. कई लोगों की जान चली गई और इस दुखद घटना पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गहरा दुख जताते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) पर जमकर हमला बोला है. सचदेवा ने इस हादसे के लिए ‘आप’ के विधायकों और पार्षदों को जिम्मेदार ठहराया और दिल्ली नगर निगम (MCD) से तुरंत सख्त कदम उठाने की मांग की है.
मुस्तफाबाद के दयालपुर में शुक्रवार (18 अप्रैल) को देर रात एक पांच मंजिला बिल्डिंग अचानक भरभराकर ढह गई. हादसे में कई लोग मलबे में दब गए और एनडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन दल समेत बचाव टीमें राहत कार्य में जुट गईं. इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली में अवैध निर्माण और खस्ताहाल इमारतों की समस्या को उजागर कर दिया.
बीजेपी का ‘आप’ पर गंभीर आरोप
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस हादसे को ‘मानवीय त्रासदी’ करार देते हुए कहा, ”मुस्तफाबाद, करावल नगर, सीलमपुर, ओखला, मटिया महल, बल्लीमारन और सदर बाजार जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में ऐसी खतरनाक इमारतें ‘ज्वलंत बम’ की तरह खड़ी हैं. पिछले 10 सालों में इन इलाकों से चुने गए ‘आप’ के विधायकों और पार्षदों ने अपने वोट बैंक को मजबूत करने और कमाई का जरिया बनाने के लिए अवैध रूप से पांचवीं-छठी मंजिलें बनवाने का ‘धंधा’ चलाया.” सचदेवा का कहना है कि इन मंजिलों में छोटे-छोटे किरायेदारों को बसाकर मुनाफा कमाया गया, जिसकी वजह से ऐसी खतरनाक इमारतें बनीं.
‘MCD को तुरंत एक्शन लेना चाहिए’
सचदेवा ने दिल्ली नगर निगम आयुक्त से तत्काल कदम उठाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि MCD को मुस्तफाबाद, करावल नगर, सीलमपुर, ओखला, मटिया महल, बल्लीमारन और सदर बाजार जैसे इलाकों में चौथी मंजिल से ऊपर की इमारतों और खस्ताहाल मकानों का सर्वे करवाना चाहिए. ऐसी इमारतों को खाली करवाकर सील करने या तोड़ने के आदेश देने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें.
‘हिंदू इलाकों में ऐसा क्यों नहीं?’
वीरेंद्र सचदेवा ने तंज कसते हुए कहा, ”दिल्ली के हिंदू बहुल इलाकों और अनऑथराइज्ड कॉलोनियों में ज्यादातर लोग तीसरी मंजिल तक ही मकान बनाते हैं. कुछ जगहों पर चौथी मंजिल भी बनती है, लेकिन पांचवीं-छठी मंजिल का चलन नहीं है.” उन्होंने सवाल उठाया कि मुस्लिम बहुल इलाकों में ही ऐसी ऊंची और खतरनाक इमारतें क्यों बन रही हैं? उनका इशारा ‘आप’ की कथित मिलीभगत की ओर था.
अवैध निर्माण पर नकेल क्यों नहीं?
हाल ही में राजौरी गार्डन और ख्याला इलाके में आयोजित जन सुनवाई में भी लोग अवैध निर्माण और सीलिंग की कार्रवाई को लेकर नाराजगी जता चुके हैं. वहां लोगों ने कहा था कि सीलिंग में भेदभाव नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे फैक्ट्री मालिकों के साथ-साथ मजदूरों की रोजी-रोटी पर भी असर पड़ता है. दयालपुर हादसे के बाद ये सवाल और बड़ा हो गया है कि दिल्ली में अवैध निर्माण पर नकेल क्यों नहीं कसी जा रही?
ख्याला की जन सुनवाई में पानी, बिजली, ट्रैफिक और टूटी सड़कों की समस्याएं भी सामने आई थीं, लेकिन लोगों का गुस्सा MCD और सरकारी विभागों की लापरवाही पर था. अब दयालपुर जैसे हादसों ने MCD की कार्यशैली पर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं.
AAP की गलत नीतियों की वजह से हादसे- बीजेपी
राजौरी गार्डन, ख्याला और अब मुस्तफाबाद के लोग एक ही बात कह रहे हैं. सरकार को सिर्फ वादे नहीं, ठोस कदम चाहिए. दयालपुर हादसे ने दिल्ली में अवैध निर्माण की गंभीरता को उजागर किया है. बीजेपी का आरोप है कि ‘आप’ की गलत नीतियों की वजह से ऐसी त्रासदियां हो रही हैं. वहीं, लोग चाहते हैं कि MCD बिना भेदभाव के खतरनाक इमारतों पर कार्रवाई करे, ताकि उनकी जानमाल की सुरक्षा हो.